शिवेति मंगलं नाम मुखे यस्य निरंतरम्। तस्यैव दर्शनादन्ये पवित्रा: सन्ति सर्वदा।। जिसके मुख से 'शिव' यह मंगल नाम निरंतर निकलता है, उस पुरुष के दर्शन मात्र से ही दूसरे प्राणि पवित्र हो जाते हैं।
शिवरात्रि की हार्दिक शुभेच्छा
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