trueway
Labels
अध्यात्म
(38)
गुरु ( GURU )
(11)
जीवन (Life)
(81)
दान (donation)
(13)
परिश्रम ( Hard Work )
(6)
माँ
(8)
विद्या ( KNOWLEDGE )
(23)
सज्जन - दुर्जन
(35)
सफलता success
(7)
सुभाषित
(50)
सुविचार
(66)
सूक्ति
(36)
हितोपदेश
(24)
Monday, 29 May 2017
सुविचार
अष्टादश पुराणेषु व्यासस्य वचनद्वयं।
परोपकारः पुण्याय पापाय परपीडनं।
भगवान वेदव्यासजी ने १८ पुराणोंका सार दो वाक्योमें बताया है , १ दूसरोंकी सहायता करना (परोपकार) पुण्य के लिये और दूसरोंको परेशान करना पाप के लिए है ( पाप ही है )
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment