Sunday 28 May 2017

सुविचार

अन्यायोपार्जितं वित्तं दश वर्षाणि तिष्ठति।
प्राप्ते चैकादशे वर्षे समूलं च विनश्यति।
अन्याय से अर्जित ( कमाया ) धन दश वर्ष तक टिका रहता है, पर ग्यारवें साल वह अन्याय से कमाया धन हमारा सब कुछ विनाश कर देता है।  अतः निति  से धन कमाओ, जो जिंदगी भर साथ देगा।

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