पातितोऽपि कराघातै- रुत्पतत्येव कन्दुकः।
प्रायेण साधुवृत्तानाम- स्थायिन्यो विपत्तयः ॥
A ball, though forced to fall on ground with a blow from hand, rebounds upwards. Generally, the misfortunes of the virtuous are momentary.
हाथ से पटकी हुई गेंद भी भूमि पर गिरने के बाद ऊपर की ओर उठती है, सज्जनों का बुरा समय अधिकतर थोड़े समय के लिए ही होता है।
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Monday, 12 June 2017
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