Thursday 6 July 2017

आपत्सु रामः समरेषु भीमः
दानेषु कर्णश्च नयेषु कृष्णः ।
भीष्मः प्रतिज्ञापरिपालनेषु
विक्रान्तकार्येषु भवाञ्जनेयः ॥

(हे मनुष्य) तुम दुःख में श्री राम, युद्ध में भीम, दान में कर्ण, राजनीति में श्रीकृष्ण, प्रतिज्ञापालन में भीष्म और पराक्रमी कार्यों में अंजनीपुत्र हनुमान बनो ।

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