Thursday 17 August 2017

अशनं मे वसनं मे जाया मे बन्धुवर्गो मे ।
इति मे मे कुर्वाणं काल वृको हन्ति पुरुषाजम् ॥

अन्न मेरा, वस्त्र मेरा, स्त्री मेरी, सगे-संबंधी मेरे... ऐसे 'मेरा, मेरा' (मे, मे..) करनेवाले पुरुषरुपी बकरे को, कालरुपी सूअर मार डालता है ।

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