मलनिर्मोचनं पुंसां जलस्नानं दिने दिने।
सकृद्गीतामृतस्नानंसंसारमलनाशनम्।।
मनुष्य जल में स्नान करके नित्य अपने को स्वच्छ कर सकता है ,लेकिन यदि कोई भगवद्गीता रूपी पवित्र गंगा जल मे एक बार भी स्नान कर ले तो वह भवसागर की मलिनता से सदा -सदा के लिए मुक्त हो जाता है l
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