Tuesday 24 October 2017

शतं विहाय भोक्तव्यं,सहस्रं स्नानं आचरेत् ।
लक्षं विहाय दातव्यं , कोटि त्यक्त्वा हरिँ भजेत् ।।

सौ काम छोड़कर भोजन करना चाहिए , हजार काम छोड़कर स्नान करना चाहिए , एक लाख काम छोड़कर दान करना चाहिए , और करोड़ काम छोड़ कर ईश्वर का स्मरण करना चाहिए ।।

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